🕯️ Haunted Hills of Uttarakhand: बेमनी गाँव की अनकही कहानी

एक पहाड़ी गाँव... जो आज भी सांसें लेता है, पर लोगों के बिना
उत्तराखंड के चमोली ज़िले के ऊपरी छोर पर, नंदा देवी बायोस्फियर के किनारे बसा है — “बेमनी” गाँव। कभी जीवन से भरा, आज यह वीरान और रहस्यमयी है। यहां का सन्नाटा आत्मा को भी झकझोर देता है।
“शाम होते ही हवा में एक अजीब सी सरसराहट घुल जाती है, जैसे कोई आपका नाम ले रहा हो...”
क्या हुआ था उस रात?
स्थानीय कथाओं के अनुसार, 1980 के दशक में एक साधु हिमस्खलन के बाद रहस्यमयी रूप से गायब हो गया। कहा जाता है कि वह एक “उजाले की घेरावट” में समा गया।
तब से लेकर आज तक, लोगों ने यहां अदृश्य परछाइयाँ, बिना हवा के हिलते पेड़ और अपने आप बजती मंदिर की घंटियाँ अनुभव की हैं।
लोककथाएँ या अधूरी आत्माएँ?
कई लोग इसे “देव आत्माओं की भूमि” मानते हैं। बेमनी कभी नंदा देवी की तपोभूमि का हिस्सा रहा है, और यहाँ की हर बात में आध्यात्मिक ऊर्जा बसती है।
क्या आप तैयार हैं?
बेमनी सिर्फ एक जगह नहीं, एक अनुभव है। यहां की रातें, हवाएं, और सन्नाटा — सब कुछ कुछ कहता है।
अगर आप कभी यहाँ जाएँ... तो लौटते वक़्त पीछे मुड़कर मत देखना।